हरिद्वार – हिंदी के प्रसिद्ध अखबार हिंदुस्तान के मुताबिक पाकिस्तान से हिंदू श्रद्धालुओं का एक जत्था हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए आया हुआ है।
पाक श्रद्धालुओं का कहना है कि भारत सरकार को पाक हिंदुओं को बीजा देने की कोशिश करनी चाहिए। जिससे वह भारत आकर गंगा में स्नान और धार्मिक स्थलों का दर्शन कर सके।
सबसे ज्यादा दिक्कत उन्हें भारत का वीजा लेने में होता है। उन्होंने भारत सरकार से प्रार्थना किया है कि उन्हें वीजा देने के लिए सरलीकरण नियम बनाए जाए।
पाक में हिंदुओं पर उत्पीड़न के सवाल पर उन्होंने ने कहा कि वे पाकिस्तान में बहुत खुश है। उनके साथ वहा किसी भी प्रकार का सौतेला व्यवहार नहीं किया जाता है। वहा सभी प्रकार के लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं। उन्हें वहां किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में सिर्फ फोर्स छोड़कर सभी विभागों में हिंदू बच्चे बच्चियों का दाखिला किया जाता है।
हर विभाग में हिंदू बच्चे बच्चियों का सहयोग लिया जाता है। श्रद्धालुओं के अनुसार पाकिस्तान में उन्हें दोयम दर्जे का नागरिक नहीं माना जाता है।
नागरिकता संशोधन कानून पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उनका जन्म भूमि है और वह उसे छोड़कर भारत नहीं आ सकते। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में किसी भी हिंदू को प्रताड़ित नहीं किया जाता है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पॉलिटिकल सर्कल द्वारा पाकिस्तान में हिंदुओं के उत्पीड़न की जो घटनाएं बताई जाती हैं वह झूठ होती हैं बस अपनी राजनीति चमकाने के लिए राजनेता उनका प्रयोग करते हैं।
पाकिस्तान से तीर्थ यात्रा के लिए 44 हिंदू श्रद्धालु हरिद्वार आए हुए है। पाकिस्तानी श्रद्धालुओं ने पाकिस्तान की खूबसूरती जिक्र करते हुए बताया कि उन्हें वहां किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। बस एक ही दिक्कत है कि उन्हें बहुत ही कठिनाई से भारत का वीजा मिल पाता है।
उन्होंने भारत सरकार से विनम्र निवेदन किया कि पाकिस्तानी हिंदुओं को वीजा देने के नियमों में बदलाव कर आसान तरीके बनाए जाएं जिससे पाकिस्तानी श्रद्धालु हिंदुस्तान में दर्शन करने आ सके।
भारत की नागरिकता लेने की बात पर उन्होंने साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी पाकिस्तानी हिंदू भारत की नागरिकता नहीं लेना चाहेगा। क्योंकि वे वहां बहुत ही खुश हैं और उनके साथ किसी भी तरह की कोई भेद भाव नहीं है।
कांता मोहनलाल पाकिस्तानी हिंदू श्रद्धालु ने बताया कि वह भारत में तीर्थ यात्रा के लिए आए हुए हैं गुजरात में उनके पुरखे हैं। जहां वह जाना चाहते हैं लेकिन उन्हें वहां जाने की अनुमति नहीं मिल पाई है।
उन्होंने बताया कि भारत की तीर्थयात्रा उन्हें बहुत अच्छा लगा। वह भारत के सौंदर्यता की खूबसूरती की प्रशंसा कर रहे थे। अंत में उन्होंने कहा पाकिस्तान हमारी जन्म व कर्मभूमि है। हम उसे छोड़कर भारत की नागरिकता नहीं ले सकते।
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