पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक: 100 से अधिक यात्रियों को बचाया गया, भारत में भी बढ़ी सतर्कता

इस्लामाबाद/नई दिल्ली: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हाल ही में एक बड़ा आतंकी हमला देखने को मिला, जब बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर दिया। इस हमले में 30 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और कई यात्री घंटों तक बंधक बने रहे। पाकिस्तान सेना और स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई के बाद 100 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएँ खड़ी कर दी हैं।

कैसे हुआ हमला?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकियों ने पहले रेलवे ट्रैक को निशाना बनाया और फिर ट्रेन को जबरन रोक दिया। इसके बाद हथियारबंद लड़ाकों ने डिब्बों में घुसकर कई यात्रियों और सैनिकों को बंधक बना लिया। पाकिस्तान सरकार के अनुसार, सेना ने कई घंटे की कार्रवाई के बाद आतंकियों को काबू में कर लिया, लेकिन इस दौरान दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ।

हमले के पीछे का मकसद

बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) लंबे समय से पाकिस्तान से अलग बलूचिस्तान की आज़ादी की मांग कर रही है। संगठन का दावा है कि बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण किया जा रहा है और वहां के लोगों को उनके अधिकार नहीं दिए जा रहे। इसी को लेकर BLA समय-समय पर पाकिस्तानी सेना और प्रशासन पर हमले करता रहा है। इस बार ट्रेन को निशाना बनाना उनकी रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है।

भारत में क्यों बढ़ी सतर्कता?

इस हमले के बाद भारत में भी सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं, खासकर अयोध्या में, जहां हाल ही में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है। चूंकि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन पहले भी भारत में हमले करने की साजिशें रचते रहे हैं, इसलिए सुरक्षा एजेंसियों ने अयोध्या और अन्य संवेदनशील धार्मिक स्थलों पर निगरानी बढ़ा दी है।

अयोध्या में बढ़ी सुरक्षा

राम मंदिर और उसके आसपास पुलिस और अर्धसैनिक बलों की संख्या बढ़ा दी गई है। रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और सार्वजनिक स्थानों पर सख्त चेकिंग की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां खासतौर पर पाकिस्तानी आतंकी संगठनों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे को टाला जा सके।

विशेषज्ञों की राय

सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान के हालात बदतर होते जा रहे हैं, और वहां की सेना लगातार आतंकियों के निशाने पर है। इससे बौखलाए आतंकी संगठन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मौजूदगी दिखाने के लिए पड़ोसी देशों में भी हमले की साजिश रच सकते हैं। इसलिए भारत को सतर्क रहने की जरूरत है।

पाकिस्तान में हुआ यह ट्रेन हाईजैक सिर्फ एक आतंकी हमला नहीं, बल्कि एक बड़े राजनीतिक संकट का संकेत है। बलूचिस्तान में बढ़ता असंतोष और पाकिस्तान सरकार की नाकामी इस तरह की घटनाओं को और बढ़ावा दे सकती है। वहीं, भारत को भी अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाए रखना होगा, क्योंकि आतंकी संगठन हमेशा कमजोर कड़ी की तलाश में रहते हैं।

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