हरियाणा के एक बैंक में बड़ी गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया है। कुरुक्षेत्र के एक चाय बेचने वाले को बैंक ने लोन का 50 करोड़ का डिफाल्टर बना दिया है।
कुरुक्षेत्र में राजकुमार नामक एक व्यक्ति चाय बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। कोरोना वायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन लगने के बाद इसके चाय दुकान पर भी ताला लग गया।
दैनिक आमदनी बंद होने के कारण उसे काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था इसलिए उसने बैंक में लोन लेने के लिए फार्म भरा, बैंक ने उसके फॉर्म को अस्वीकृत कर दिया।
राजकुमार को जब बैंक ने लोन फार्म रद्द करने का कारण बताया तो उसके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई। उसे दिन में ही तारे नजर आने लगे। क्योंकि बैंक ने बताया कि आप पहले ही 50 करोड़ का लोन ले चुके हैं।
Haryana: Rajkumar, a tea seller in Kurukshetra claims he owes Rs50 crores to banks without even taking a loan. Says, "I had applied for a loan as my financial situation is dire due to COVID. Bank rejected it saying I already have debt of Rs 50 cr, don't know how it is possible." pic.twitter.com/BhTStsIwiy
— ANI (@ANI) July 22, 2020
न्यूज़ एजेंसी एएनआई (ANI) से चाय विक्रेता राजकुमार ने कहां कि “हमने बैंक से कर्ज लेने के लिए आवेदन भरा था कोविड-19 के कारण हमारे हालात ठीक नहीं है। लेकिन हमारी कर्ज फॉर्म को बैंक ने रद्द कर दिया और कारण में उन्होंने बताया कि मैंने 50 करोड़ का लोन पहले ही लिया है जबकि मैंने पहले कभी भी लोन नहीं लिया, मालूम नहीं यह कैसे संभव है”
बैंक का 50 करोड़ लोन गड़बड़ी हास्यास्पद लगता है क्योंकि बैंक जब किसी ग्राहक को लोन देता है. तो सबसे पहले उसकी प्रॉपर्टी और उसकी क्षमताओं का अध्ययन करता है फिर मानक के अनुसार सभी दस्तावेजों को जमा कर लोन की स्वीकृति देता है।
50 करोड़ का लोन लेने की स्वीकृत की प्रक्रिया इतना आसान नहीं है। इतने बड़े लोन लेने के लिए बैंक अच्छे अच्छों के छक्के छुड़ा देती है फिर यह कैसे संभव है कि एक चाय बेचने वाले व्यक्ति को बैंक ने 50 करोड़ का लोन दे दिया।
बैंक के दावे दिमाग के साइड से ही सरक जाती है। क्योंकि इस चाय वाले के पास डिजिटल दौर में भी डिजिटल कैमरा नहीं है और ना ही यह किसी प्रदेश का मुख्यमंत्री है और ना ही इसके प्रधानमंत्री बनने की कोई आशंका है।
Lock Down के नियमों का पालन करें स्वयं हित में, समाज हित में, राष्ट्रहित में, Covid-19 की गंभीरता को नजरअंदाज न करें अपना बचाव करें क्योंकि बचाव ही सबसे अच्छा उपचार हैं।
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