गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिला गोरखपुर में दो वर्दीधारी पुलिसकर्मियों द्वारा 20 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक बलात्कार करने का मामला प्रकाश में आया है।
पीड़िता के अनुसार जब वह रात को अपने मां के साथ घर वापस लौट रही थी तो रास्ते में दो पुलिसवाले जबरन उसे मोटरसाइकिल पर बिठा कर एक मकान में ले जाकर उसके साथ बारी-बारी बलात्कार किया।
मामला गुरुवार का है। आधी रात को वापस घर लौटी लड़की ने जब अपबिती सुनाई तो सब सकते में आ गए लड़की की तबियत बिगड़ता देख उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। और पुलिस को सिकायत दर्ज कराई गई।
पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना कि छान बीन कर रही है। पुलिस के अनुसार यह एक फर्जी मामला लगता है। गोरखपुर पुलिस अधीक्षक सुनील गुप्ता का कहना है कि “गार्ड के बयान और होटल के सीसीटीवी फ़ुटेज के आधार पर ऐसा लग रहा है कि लड़की अपनी मर्ज़ी से होटल गई थी। वह जिस व्यक्ति के साथ गई थी, वह अकेला ही था और उसने कोई वर्दी भी नहीं पहनी थी.
सर्वप्रथम यह मामला संदिग्ध लग रहा है, फिर भी पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
जबकि पीड़िता का कहना है कि रेलवे स्टेशन के निकट एक मकान में पुलिस वाले ने उसके साथ बलात्कार किया। और खूब पीटा, तकरीबन रात के एक बजे उसे 6 सौ रुपए देकर बोले अब अपनी घर चली जा और किसी से कुछ मत बताना, पीड़िता ने अपने बयान में किसी होटल का जिक्र नहीं किया है।
पीड़िता गोरखनाथ इलाके की रहने वाली है। और घर पर ही बच्चों को कोचिंग पढ़ाती है। इस इस घटना के प्रकाश में आने के बाद राजनीतिक भी शुरू हो गई है।
समाजवादी पार्टी और कांग्रेसी नेताओं ने ज़िलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ कर गोरखनाथ थाने के समस्त पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग कर रहे है।
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