संवाददाता- मोहम्मद मेहरुद्दीन
देवरिया– समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और कई बार मंत्री रहे माननीय शाकिर अली जी का निधन हो गया।
67 वर्षीय माननीय शाकिर अली ने रविवार की रात लखनऊ के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली।
वे लगभग एक महीने से मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन की खबर मिलते ही पार्टी और पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है।
सर्वप्रथम 1991 में गौरी बाजार से निर्दल चुनाव लड़ने वाले शाकिर अली देवरिया की करजहां के निवासी थे। उन्होंने बीएचयू से स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने लगे और 1991 में गौरी बाजार से निर्दल चुनाव भी लड़ा।
1993 में गौरी बाजार से ही सपा बसपा के गठबंधन ने उन्हें टिकट दिया और वे चुनाव जीत गए। प्रदेश में सपा बसपा की सरकार बनी और शाकिर अली को शिक्षा मंत्री बनाया गया।
गठबंधन टूटने के बाद माननीय शाकिर अली समाजवादी पार्टी में आ गए।
1996 और 2000 के गौरी बाजार विधानसभा उपचुनाव में शाकिर अली को शिकस्त मिली लेकिन 2002 में वे सपा के टिकट पर गौरी बाजार से दूसरी बार विधायक बने और उन्हें लघु सिंचाई मंत्री का पद सौंपा गया।
एक बार फिर शाकिर अली ने 2007 में गौरी बाजार से चुनाव लड़ा और हार गए। इसी बीच परिसीमन में गौरी बाजार विधानसभा सीट समाप्त हो गई।
2012 के विधानसभा चुनाव में माननीय शाकिर अली ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर ही विधानसभा 338 पथरदेवा से चुनाव लड़ा। और विजयी हुए। यहां उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही को पराजित किया था।
इसलिए कयास लगाए जा रहे थे की शाकिर अली को मंत्री पद जरूर मिलेगा। लेकिन सपा सरकार ने इस बार शाकिर अली को मंत्री पद से वंचित रखा।
2017 के विधानसभा चुनाव में माननीय शाकिर अली को सूर्य प्रताप शाही ने शिकस्त दे दी।
माननीय पूर्व मंत्री डायबिटीज से ग्रसित थे और उन्हें किडनी की बीमारी थी। तबीयत बिगड़ने पर लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था। रविवार की रात तकरीबन 12:00 बजे उनका निधन हो गया।
आज शाम 4:00 बजे उनके पैतृक गांव करजहां में उन्हें सुपुर्द ए खाक किया जाएगा।
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