नई दिल्ली- निर्भया रेप दोषियों को अलग-अलग फांसी पर लटकाए जाने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई करते वक्त जस्टिस भानुमती चक्कर आने के कारण बेहोश हो गई।
जिसके कारण कार्यवाही को बीच में ही स्थगित करना पड़ा। बेंच कार्यवाही को बीच में ही छोड़कर चली गई।
बताया जा रहा है कि जस्टिस को बुखार के साथ-साथ उनके रक्तचाप बढ़ा हुआ था। जिसके कारण उन्हें चक्कर आया और वो बेहोश हो गईं।
बेंच निर्भया दोषियों को अलग-अलग फांसी पर लटकाए जाने की केंद्र की याचिका पर सुनवाई कर रहे थे। इसी बीच मामले की सुनवाई कर रही जस्टिस भानुमती कुछ असहज दिखी।
उनके चेहरे पर बेचैनी साफ दिख रही थी। एक गहरी भरी सांस ली। उसके तुरंत बाद ही कुर्सी पर ही उनका गर्दन लुढ़क गया।
कोर्ट में बैठे हुए लोगों ने कुछ समझ नहीं पाया, जब तक महिला स्टाफ उन्हें संभालने के लिए उनके पास पहुंचे। तब तक वह होश में आ चुकी थी।
ये घटना 25 से 30 सेकेंडों में हुआ। उसके बाद मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस चेंबर में चले गए और कार्यवाही को बीच में ही रोकना पड़ा।
जस्टिस भानुमती को बुखार और उनका रक्तचाप बढ़ जाने के कारण उन्हें चक्कर आया और बेहोश हो गई। इस मामले पर अगली सुनवाई 20 फरवरी को की जाएगी।
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